This World NGO Day CWATY Launches Out Of Home Adoption Movement – OOHA
Urges everyone to come together and support OOHA, a solution based animal welfare movement to co-exist with innocent animals
27th February 2021, Mumbai: Today on World NGO day, CWATY, the world’s first digital animal influencer, in association with Nargis Dutt Foundation, Sparsh Trust, Make Earth Green Again MEGA Foundation and Cowin launches the animal welfare movement – OOHA (Out Of Home Adoption) a solution based animal welfare movement for human beings and Indian street animals to coexist with love and care.
Pledging their support with CEP (Celebrating Excellence in Philanthropy), a not-for-profit event IP, where senior and upcoming philanthropists are honoured based on their contribution and dedication shown towards making a better tomorrow, the day marked the announcement of the second edition of the event CEP 2.0 as well.
Speaking on the occasion, Priya Dutt, a popular social activist and politician, who believes in the cause of humanity for all said “Animal welfare to me is coexistence and respect of all living beings on earth and the environment.” She is the daughter of Legendary actors Sunil and Nargis Dutt, and sister to actor Sanjay Dutt. “Earth is our habitat. In ours, I don’t mean only humans. It is also for the animals, the birds and every being living and coexisting.” She is also the co-founder of Nargis Dutt Memorial Charitable Trust (NDMCT) which was started in memory of her mother, Nargis Dutt. “To all the people out there, welfare is not what you do for others in need, but for yourself! It makes you happy and gives you inner peace that you were able to make a difference. So make yourself happy by bringing that change around you,” she added.
Priya Dutt of Nargis Dutt Foundation poses with Cwaty supporting the OOHA Movement and CEP 2.0 launch
According to CWATY, Coexistence and equality is the essence of life. “I believe in the concept of ‘Vasudhaiva Kutumbakam’ a philosophy that inculcates an understanding that the world is one family and we are all part of one life energy. We can do this by simply imbibing the practice of sharing and exchanging good energies in every aspect of our lives. For me, animal welfare is a way of life and I aim to raise donations and do good throughout my immortal life by becoming the biggest celebrity influencer for the cause. And to achieve this, I need your support to do the OOHA to coexist because, after all, it is a world for all.” CWATY has been brought to life by Jagrat Desai – a writer – philantropreneur who is also the founder of the CWAT app, a platform that donates 100 per cent of net profits to NGOs of the users’ choice.
Cwaty strikes an adorable pose with Jagrat Desai Founder OOHA Movement and CEP 2.0 launch
Maharshi Dave, one of the founding members of Sparsh Trust commented, “I believe in any cause that helps spread Smiles and encourages sharing, be it animals, humans or environment!” He is a renowned activist who has done more than his bit for humanitarian and animal welfare! He adds, “For me, animal welfare is the purest form of sharing. My take on Co-Existence is the realization that we Humans are a creation of Mother Nature, just like millions of other creatures.” He cannot stress enough on the need to respect and realize that our own existence depends on healthy coexistence! “Or as they say, ‘To take less, to share more’!”
Maharashi Dave of Sparsh stands for the OOHA Movement and CEP 2.0 launch
Rutu Dave of Sparsh stands for the OOHA Movemnet and CEP 2.0 launch
Alet Viegas is the founder of a Canadian Not-for-profit, Collective Win that delivers social impact projects through strong partnerships with NGOs across the globe. We firmly believe in the need for improved animal welfare & our communities to co-exist with them, especially since animals do not have a voice & typically ignored in our everyday life. Whether you are fighting inequality, eliminating poverty, or protecting our planet – your organization’s impact is vital. The Collective Win Initiative empowers community leaders, locally & globally to create the future they want. We believe creative problem-solving is best when it involves a diverse group of people. That’s why we bring leaders together from all walks of life through our community hubs and partnerships. Today, our partnership with CWATY & participation in CEP 2.0 aims to bring attention & act on problems that can deliver impact through OOHA initiatives.
Alet Viegas of Cowin stands for OOHA Movement and CEP 2.0 launch
Philanthropist Anusha Srinivasan Iyer, and founder of Make Earth Green Again MEGA Foundation, an egalitarian Earth organisation that has been working towards leaving green footprints besides taking care of more than 200 rescue animals in their very own Pawsitive Farm Sanctuary as well at other rescue homes, is excited. “The OOHA movement, the brainchild of Jagrat Desai, is a breath of fresh air needed for our street animals. Such initiatives do not just help animals. They help restore humanity, and that is the much-needed quality in such pandemic moments,” she reasons, adding that CEP is again an amazingly empowering initiative.”
Anusha Srinivasan Iyer of Make Earth Green Again MEGA Foundation at Pawsitive Farm Sanctuary celebrating the OOHA Movement and CEP 2.0 launch
In a bid to inspire and urge people to help street animals in and around the neighbourhood, OOHA strives to change the mindset of the people to adopt animal welfare behaviour in their day to day life while CEP strives to bridge the gap between givers and doers.
वर्ल्ड एनजीओ डे के मौके पर CWATY ने पशुओं के कल्याण के लिए आउट ऑफ होम एडॉप्शन – OOHA नामक अभियान की शुरुआत की
मुम्बई : 27 फ़रवरी, 2021 : आज वर्ल्ड एनजीओ डे के मौके पर दुनिया के पहले डिजिटल एनिमल इंफ्लूएंसर CWATY ने नरगिस दत्त फ़ाउंडेशन, स्पर्स ट्रस्ट, मेक अर्थ ग्रीन अगेन (MEGA) फ़ाउंडेशन और कोविन के साथ मिलकर पशुओं के कल्याण से जुड़े अभियान – OOHA (आउट ऑफ़ होम एडॉप्शन) को लॉन्च किया. इसके माध्यम से सड़कों पर रहनेवाले पशुओं की समस्या के निदान और उनके देखभाल की अनूठी पहल की गई है ताकि इंसान और पशु दोनों ही साझा तौर पर हंसी-ख़ुशी जी पाएं.
CEP (सेलिब्रिटी एक्सेलेंस इन फ़िलॉन्थ्रोपी) एक ग़ैर लाभकारी IP है जहां वरिष्ठ और उभरते हुए दानदाताओं को भविष्य को बेहतर बनाने के लिए उनके द्वारा दिये गये योगदान के आधार पर सम्मानित किया जाता है. इन्हीं की साझेदारी में आज इसके दूसरे एडिशन CEP 2.0 का भी ऐलान भी कर दिया गया.
इस मौके पर बात करते हुए जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता व राजनीतिज्ञ प्रिया दत्त ने कहा, “सह-चर्यता और धरती पर रहनेवाले सभी जीवों और पर्यावरण के प्रति हमारा आदर ही मेरे लिए पशु कल्याण का द्योतक है.” प्रिया दत्त लोकप्रिय अभिनेता और अभिनेत्री रहे सुनील दत्त और नरगिस दत्त की बेटी हैं. वे कहती हैं, “धरती पर जितना हक़ इंसानों का है, उतना ही हक़ पशुओं, पक्षियों व अन्य जीवों का भी है.” प्रिया नरसिग दत्त मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट ((NDMCT) की संस्थापक भी हैं जिसकी शुरुआत उन्होंने अपनी दिवंगत मां की याद में की थी. वे कहती हैं, “कल्याण करने का मतलब ये नहीं हैं जो आप किसी ज़रूरतमंद के लिए करते हैं बल्कि ऐसा आप अपने लिए करते हैं. ऐसा करने से ख़ुद आपको ख़ुशी और शांति का अनुभव होता है और आपको इस बात का सुखद एहसास होता है कि आप बदलाव की दिशा में प्रयत्न कर रहे हैं.”
CWATY के मुताबिक, सह-चर्यता और समानता जीवन जीने के आवश्यक सिद्धांत हैं. जागृत देसाई कहते हैं, “हम वसुदैव कुटुम्बकम्’ पर विश्वास रखते हैं. इसका मतलब है कि है कि ये समस्त दुनिया एक परिवार है और हम सभी एक ही जीवन ऊर्जा के हिस्सा हैं. हम एक-दूसरे के साथ चीजों को साझा करने की आदत और अच्छी ऊर्जा के आदान-प्रदान के साथ इसका निर्वहन कर सकते हैं. मेरे लिए पशुओं का कल्याण ही जीवन जीने का उत्तम तरीका है और एक सेलिब्रिटी इंफ्लोएंसर के तौर पर मैं इस मक़सद के लिए बड़े पैमाने पर दान-राशि इकट्ठा कर अपनी ओर से अधिक से अधिक योगदान देने की कोशिश में जुटा हूं. OOHA की पहल से जुड़े इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मुझे आप सभी के सहयोग की आवश्यकता है क्योंकि ये दुनिया सभी के लिए बराबर है.”
CWATY को जीवंत बनाने में जागृत देसाई की अहम भूमिका रही जो एक लेखक, एक आंत्रप्योनर और CWAT ऐप के संस्थापक भी हैं. यह एक ऐसा ऐप है जिसकी खासियत ये है कि इस ऐप के ज़रिए यूज़र्स अपनी पसंद के एनजीओ को 100 फ़ीसदी लाभ का दान कर सकते हैं.
स्पर्श ट्रस्ट के संस्थापक सदस्यों में से एक महर्षि दवे कहते हैं, “मैं ऐसे कार्य करने में यकीन रखता हूं जो चेहरों पर मुस्कान लाए और बांटने की आदत में बढ़ावा दे, फिर चाहे वो जानवारों की बात हो, इंसानों की बात हो या फिर पर्यावरण की देखभाल की बात हो.” उल्लेखनीय है कि महर्षि दवे एक बेहद प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो मानवावादी कार्यों के साथ-साथ पशुओं की भलाई के लिए भी शिद्दत से काम करते हैं. वे कहते हैं, “मेरा मानना है कि पशुओं के कल्याण से बढ़कर और कोई काम नहीं हो सकता है. सह-चर्यता के बारे में मेरी राय है कि लाखों-करोड़ों पशु-पक्षियों की तरह हम सब भी धरती मां की कोख से पैदा हुए हैं. सह-चर्यता पर ही हम सबका अस्तिस्व टिका हुआ है जिसका हम सबको आदर करना चाहिए.”
सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहनेवाली, पर्यावरण के संरक्षण में संलग्न मेक अर्थ ग्रीन अगेन (MEGA) फ़ाउंडेशन नामक संस्था से जुड़ीं और Pawsitive फ़ार्म सैंक्चुरी के ज़रिए 200 से अधिक पशु-पक्षियों की देखभाल करनेवाली अनुषा श्रीनिवासन अय्यर इस परियोजना को लेकर बेहद उत्साहित हैं. वे कहती हैं, “जागृत देसाई द्वारा शुरू किया गया OOHA अभियान सड़कों पर रहनेवाले जानवरों के लिए की गई एक उल्लेखनीय पहल है. इस तरह की पहल से न सिर्फ़ बेसहारा जानवरों को मदद हासिल होती है बल्कि इससे इंसानियत से जुड़ीं मिसालें भी कायम होती हैं जिसकी आज के कोरोना काल में सबसे अधिक आवश्यकता महसूस की जा रही है.” उनका कहना है कि CEP एक बेहद उम्दा और एक सशक्त किस्म की पहल है”.
अलेट विएगास कनाडाई ग़ैर-लाभकारी संगठन ‘द कलेक्टिव विन’ के संस्थापक हैं. यह संस्था दुनिया भर के एनजीओ के साथ मिलकर सामाजिक बदलाव के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहती है. हम पशु-पक्षियों की बेहतरी और इंसानों के उनके साथ मिल-जुलकर रहने में यकीन करते है. जानवरी की अपनी कोई आवाज़ नहीं होती है और रोज़ाना की ज़िंदगी में अक्सर उनकी उपेक्षा की जाती है. चाहे आप असमानता के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हों या ग़रीबी को ख़त्म करने की दिशा में काम कर रहे हों अथवा धरती को बचाने के प्रयासों में लगे हों – आपकी संस्था की भूमिका बेहद अहम हो जाती है. ऐसे में ‘द कलेक्टिव विन स्थानीय और वैश्विक दोनों स्तर पर कम्युनिटी लीडर्स को सशक्त बनाने में यकीन रखता है ताकि ऐसे भविष्य का निर्माण किया जा सके जिसकी लोग ख़्वाहिश रखते हैं. हमारा मानना है कि अगर इसमें विविध प्रकार के लोगों का समावेश है तो रचनात्मक ढंग से समस्या का समाधान किया जाना आवश्यक है. यही है वजह है कि हम अपने कम्युनिटी हब और पार्टरशिप के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को साथ लाने की कोशिश करते हैं. आज की तारीख़ में CWATY और CEP 2.0 के साथ हमारी साझेदारी का मक़सद OOHA द्वारा की गई पहल से शुरू की गईं परियोजनाओं की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना और समस्याओं का प्रभावी ढंग से निदान करना है.
अपने आसपास के जानवरों को अपनाने और उनकी मदद के लिए लिए प्रेरित करने के लिए OOHA लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए कार्यरत हैं ताकी लोग रोज़ाना की ज़िंदगी में जानवरों की भलाई के लिए काम करें.
वहीं CEP की कोशिश होती है कि वो दान देनेवाले और दान प्राप्त करनेवालों के बीच की दूरी को कम करे.
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